Vivek Oberoi पर दुखों का पहाड़ टूटा, जिससे कारण उन्हें पुलिस थाने के चक्कर लगाने पड़े। यह घटना संवेदनशीलता का विषय बनी और मीडिया में भी इस बात की खूब चर्चा हुई। आइये जानते हैं कि ऐसा क्या हो गया Vivek Oberoi के साथ कि उन्हें लेने के देने पड़ गये।
कौन हैं Vivek Oberoi?
Vivek Oberoi एक भारतीय फिल्म अभिनेता हैं। वह बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में अपनी कामकाजी अभिनय के लिए जाने जाते हैं। उनका जन्म 3 सितंबर 1976 को महाराष्ट्र के मुम्बई शहर में हुआ था। विवेक ओबेरॉय ने अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म “कंपनी” (Company) से 2002 में अपने अभिनय के दम पर बड़ी पहचान बनाई। उन्होंने फिल्म में माफिया के उनके किरदार के लिए विदेशों में भी प्रशंसा प्राप्त की थी। इसके बाद, उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया है और अपनी प्रतिभा से दर्शकों का मनोरंजन किया है।
Vivek Oberoi के साथ हुआ फ्रॉड
बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय के खिलाफ एक विवादित मामला सामने आया है, जिसमें उन्होंने अपने तीन बिजनेस पार्टनर्स के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि उनके आरोपियों ने उनसे आकर्षक मुनाफे का वादा किया था और उनकी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट करवाया था, लेकिन बाद में आरोपी व्यक्तियों ने पैसे का गलत तरीके से इस्तेमाल किया। इस मामले की जांच मुंबई की MIDC पुलिस द्वारा की जा रही है।
Vivek Oberoi की कंपनी ‘ओबेरॉय मेगा एंटरटेनमेंट एलएलपी’ ने चार्टर्ड अकाउंटेंट देवेन बाफना के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करने के लिए आनंदिता एंटरटेनमेंट एलएलपी के पार्टनर्स संजय शाह, नंदिता शाह, राधिका नंदा और अन्य को अधिकृत किया है। विवेक और उनकी पत्नी प्रियंका ने अप्रैल 2017 में ‘ओबेरॉय ऑर्गेनिक एलएलपी’ कंपनी की स्थापना की थी, जो ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स की खरीद और बिक्री करती है। हालांकि, तीन साल बाद वे इस कंपनी को बंद करने का विचार कर रहे थे। ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स की कम होती मांग के कारण यह फ़ैसला लिया गया था।
2020 में स्थापना हुई थी उनकी कंपनी की
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, Vivek Oberoi का संपर्क संजय शाह से दौरानीक था। वे एक कार्यक्रम आयोजित करने और फिल्में बनाने का काम करते थे। विवेक के फिल्म इंडस्ट्री में कार्यक्रम आयोजन बिजनेस के अनुभव को देखते हुए, उन्होंने संजय शाह को अपना साथी बनाया। फरवरी 2020 में, विवेक और संजय ने व्यापारिक समझौते के लिए अंधेरी इलाके के एक पाँच स्टार होटल में मुलाकात की थी और उन्होंने शर्तों पर सहमति प्राप्त की थी।
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अपनी कंपनी का नाम बदलकर आनंदित एंटरटेनमेंट रखा था
पुलिस के दर्ज FIR के अनुसार, जुलाई और सितंबर 2020 के बीच Vivek Oberoi ने ध्यान रखते हुए अपनी कंपनी ‘ओबेरॉय ऑर्गेनिक एलएलपी’ के नाम को बदलकर ‘आनंदिता एंटरटेनमेंट एलएलपी’ बनाया। इस नए बिजनेस में उनका काम इवेंट्स का आयोजन करवाना और फिल्मों का निर्माण करना था। संजय के साथ, उनकी मां और परिचित राधिका भी इस कंपनी में पार्टनर के रूप में जुड़ी थीं। राधिका का नाम फिल्म में भागीदार के तौर पर जोड़ा गया था और अभिनेता की पत्नी प्रियंका को इस्तीफा देने का निर्देश दिया गया था।
Vivek Oberoi ने किया 95.72 लाख का निवेश
पुलिस ने खुलासा किया कि छह महीने बाद, विवेक ओबेरॉय ने आनंदिता एंटरटेनमेंट एलएलपी के सहभागियों में से अपनी हिस्सेदारी (33.33%) और उसके पद को ‘ओबेरॉय मेगा एंटरटेनमेंट एलएलपी’ से बदल लिया। नवंबर 2021 तक, एक्टर ने ‘आनंदिता एंटरटेनमेंट एलएलपी’ में 95.72 लाख रुपये का निवेश किया।
फ़िल्म गणशे में नवाजुद्दीन की कास्टिंग
फरवरी 2021 में, विवेक ओबेरॉय और संजय शाह ने फिल्म ‘गणशे’ को प्रोड्यूस करने का निर्णय लिया। इसके लिए नवाजुद्दीन सिद्दीकी को साइन किया गया और विवेक ओबेरॉय ने उस समय 51 लाख रुपये का भुगतान किया था। फिल्म के डायरेक्टर और राइटर को भी काम पर रखा गया और उन्हें भी वेतन दिया गया। पुलिस के अनुसार शिकायत में दावा किया गया है कि विवेक ओबेरॉय और संजय शाह फिल्म की रिलीज के लिए Zee5 ओटीटी प्लेटफॉर्म के साथ चर्चा कर रहे थे।
![Vivek Oberoi faces fraud of rupees 1.5 crores by business partners](https://peepingmoon-cdn.sgp1.digitaloceanspaces.com/engpeepingmoon/191022074423-634faad76d97fott-scam.jpg)
कंपनी के पैसों से पार्टनर ने ख़रीदे ज़ेवर और भरे इन्शुरन्स बिल
साल 2022 की शुरुआत में, विवेक ओबेरॉय ने अपने निवेश की विवरणी देखी और उन्हें पता चला कि संजय ने धन का दुरुपयोग किया है। उन्होंने फर्म की मैनेजर से बात की तो उनसे भी यही जानकारी मिली। एफआईआर में दावा किया गया है कि जब विवेक ओबेरॉय ने अपने सीए को काम पर लगाया तब पता चला कि संजय, नंदिता और राधिका ने इंश्योरेंस के पेमेंट, जेवर खरीदने, वेतन निकालने आदि जैसे व्यक्तिगत खर्चों के लिए कथित तौर पर फर्म के 58.56 लाख रुपये के फंड का दुरुपयोग किया।
नवाजुद्दीन ने लौटा दिये पैसे
बाद में, Vivek Oberoi को जानकारी हुई कि संजय ने एक और कंपनी ‘आनंदिता स्टूडियोज प्राइवेट लिमिटेड’ की स्थापना की है। संजय ने Zee5 के अधिकारियों को झूठ बोला कि उनकी कंपनी ‘आनंदिता स्टूडियोज प्राइवेट लिमिटेड’ ही फिल्म ‘गणशे’ का निर्माण कर रही थी। इसके बाद, विवेक ओबेरॉय ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी को धोखाधड़ी के बारे में बताया, जिसके बाद नवाजुद्दीन ने उनके 51 लाख रुपये वापस कर दिए।
इस धाराओं के तहत हुई एफ़आईआर
पुलिस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि संजय और अन्य आरोपियों ने कथित रूप से 60 लाख रुपये की रकम अपने कब्जे में ले ली थी, जो एक्टर और उनकी कंपनी को विभिन्न कार्यक्रमों में गेस्ट के रूप में आने के लिए फीस के तौर पर मिली थी। इसके बाद, विवेक ओबेरॉय ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने का निर्णय किया। पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर संजय, उनकी मां नंदिता और राधिका के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात), 409 (लोक सेवक, बैंकर, व्यापारी या एजेंट द्वारा आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) और 34 (असामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया है।
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