आजकल न्यूज़ में तो बस अंजू नसरुल्लाह और सीमा हैदर ही छायी हुई हैं। जहां देखो अंजू नसरुल्लाह के साथ यह हो गया सीमा हैदर के साथ वह हो गया। इसी गहमा गहमी में लोग Jyoti Maurya को तो भूल ही गए।
आपको बता दें Jyoti Maurya कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर छाई हुई थीं और उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। उनकी कहानी और उनकी ज़िंदगी में चल रही उथल पुथल को बड़े चाव से लोग देख रहे थे।
अब यह प्रश्न उठता है कि Jyoti Maurya कौन हैं? Jyoti Maurya एक सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) हैं, जिन्होंने दावा किया है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में सिविल सेवा के रूप में काम किया है। उन्होंने अपने पति आलोक को छोड़ दिया है, और यह कहानी “ज्योति मौर्य बेवफा है” के रूप में बहुत ट्रेंड कर चुकी है। लेकिन Jyoti Maurya की कहानी धोखे पर सीमित नहीं होती है, उसमें और भी अनेक मामले हैं जैसे एडल्टरी, भ्रष्टाचार, और हत्या के षडयंत्र। बिना संदेह के यह सभी आरोप उनके पति ने उन पर लगाए हैं।
कब सामने आयी घटना?
यह घटना सामने आई जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें Jyoti Maurya के पति आलोक मौर्या रोते हुए दिखाई देते हैं और कहते हैं कि उन्हें ज्योति ने एसडीएम बनने के बाद छोड़ दिया है जिससे “ज्योति मौर्या बेवफा है” ट्रेंड कर रहा था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। आलोक मौर्य उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में पंचायती राज विभाग के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं।
वीडियो में आलोक ने बताया कि उनकी शादी Jyoti से साल 2010 में हुई थी। 2010 से 2016 तक आलोक ने ज्योति की शिक्षा का खर्च उठाया। उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने कर्ज भी लिया था ताकि ज्योति अपनी पढ़ाई जारी रख सके। फिर 2016 में Jyoti ने उत्तर प्रदेश प्रांतीय सिविल सेवा (UPPCS) परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की और एक सिविल सेवा कर्मचारी बन गईं।
आलोक ने पत्नी पर लगाये थे ये आरोप।
वीडियो में आलोक ने दावा किया था कि Jyoti ने अनेक “बैठकों” के लिए लखनऊ की यात्राएं की थीं। आलोक का कहना है कि उन्हें हमेशा संदेह था उनकी यात्राओं पर लेकिन 1 दिसंबर को उन्होंने गुप्त रूप से एक बैठक में ज्योति के पीछे जाकर उन्हें पकड़ लिया। आलोक ने दावा किया था कि उन्होंने ज्योति को गाजियाबाद में एक होम गार्ड कमांडेंट मनीष दूबे के साथ रातें बिताते हुए देखा था। जब वे होटल से बाहर निकल रहे थे तो उन्होंने ज्योति को “रंगे हाथों” पकड़ लिया था। जवाब में ज्योति ने आलोक को बताया कि मनीष उसका प्रेमी है।
आलोक ने अपनी पत्नी Jyoti Maurya के खिलाफ एक और आरोप लगाया है कि वह भ्रष्ट अधिकारी हैं और उसके पास इसका सबूत भी है। उन्होंने दावा किया है कि उनके पास एक डायरी है जिसमें भ्रष्टाचार के बारे में सारा कच्चा चिट्ठा लिखा गया है। आलोक ने यह भी दावा किया था कि उनके पास मनीष और ज्योति के बीच व्हाट्सएप पर हुई बातचीत है जिससे उन्हें कथित रूप से उनकी हत्या की साजिश का पता चला था।
आलोक के ज्योति मौर्य पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों पर जाँच चल रही थी। और अब पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य कठिनाइयों में फंस गई हैं। उन्हें एक नोटिस जारी किया गया है जिसमें उनसे संपत्ति का ब्यौरा देने की मांग की गई है। गठित जांच कमेटी ने ज्योति से संपत्ति, वाहन और बैंक खातों के बारे में जानकारी मांगी है।
जाँच के लिए हो गई है कमिटी तैयार
प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को इस मामले की जांच शासन के निर्देशानुसार सौंपी गई है। उन्होंने अपर आयुक्त प्रशासन अमृतलाल बिंद और एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय के साथ एसीएम प्रथम जयजीत कौर की एक कमेटी गठित की और अब मामले की जांच आरंभ की है।
उनसे पूछे जाने वाले प्रश्नों की एक सूची तैयार की गई है, जिनमें अधिकांश प्रश्न उन पर लगे आरोपों के संबंध में हैं। जांच कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि पहले दोनों के साथ अलग-अलग जांच की जाएगी और फिर बाद में उन्हें आमने-सामने पूछताछ की जाएगी।
बढ़ गई हैं jyoti maurya की मुश्किलें
सूचना है कि कमिश्नर कार्यालय में एसडीएम ज्योति मौर्य के बयान की वीडियो कैमरे के द्वारा निगरानी होगी जिससे स्पष्ट हो रहा है कि उनके लिए आने वाले समय में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनके पति आलोक मौर्य ने उन पर कई आरोप लगाए हैं जिनमें एक आरोप शामिल है कि ज्योति मौर्य ने अपने पद का गलत तरीके से उपयोग किया और इसके साथ ही करोड़ों के अवैध लेनदेन का आरोप भी है। उन्होंने कई जगहों पर संपत्ति भी खरीदी थी और कई क्षेत्रों में निवेश भी किए थे।
उनकी डायरी में मिला लेखा जोखा
2019 से 2021 के बीच कौशांबी के चायल तहसील में ज्योति मौर्य कार्यरत रही थीं। उनकी डायरी में इस ड्यूरेशन में भ्रष्टाचार के चलते कमाए गए रुपयों का लेखाजोखा दर्ज था।
इस डायरी के अनुसार अक्टूबर 2021 में केवल एक महीने में ही ज्योति ने अवैध तरीके से 6.4 लाख रुपये कमाए। डायरी के अनुसार सप्लाई इंस्पेक्टर 15 हजार रुपये और मार्केटिंग इंस्पेक्टर 16 हजार रुपये हर महीने देते थे और इसका हिसाब-किताब भी डायरी के पेज पर लिखा था। वर्तमान में उनकी डायरी जांच के प्रमुख हिस्से में शामिल हो गई है।
Jyoti Maurya हो सकती हैं सस्पेंड
आलोक मौर्य ने ज्योति मौर्य पर जो आरोप लगाए हैं अगर वह सच साबित हो गये तो ज्योति को निलंबित किया जा सकता है और उनके खिलाफ विभागीय जांच भी आयोजित की जा सकती है। इतना ही नहीं बल्कि ज्योति के द्वारा प्रबंधित कर्मचारी जैसे सप्लाई निरीक्षक और मार्केटिंग इंस्पेक्टर सहित अन्य लोगों के साथ भी पूछ ताछ की जा सकती है।
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