अमिताभ बच्चन के साथ काम कर चुकी एक एक्ट्रेस को पड़ गये लेने के देने। ज़िंदगी अच्छी और ख़ुशनुमा ही तो चल रही थी फिर यह क्या हो गया अचानक कि सब कुछ बदल गया और जीना मुश्किल हो गया। किसकी बुरी नज़र लग गई कि एक एक दिन काटना पड़ रहा है अब भारी। आइये देखते हैं क्या हुआ उन एक्ट्रेस के साथ कि उनकी ज़िंदगी में अचानक भूचाल आ गया और जिससे वह बुरी तरह हिल गई हैं।
वक़्त का कोई भरोसा नहीं होता कब बदल जाए। कुछ ऐसा ही हुआ इस अमिताभ बच्चन की co-star रह चुकी जया प्रदा के साथ जिनकी हस्ती खेलती ज़िंदगी अचानक 360 डिग्री पलट गई और सबको सोचने पर मजबूर कर दिया कि आख़िर यह हुआ क्या उनके साथ।
बुरी फाँसी जया प्रदा
80 और 90 के दशक की प्रसिद्ध अभिनेत्री जया प्रदा एक बहुत बड़ी मुसीबत में फंस गई हैं। वास्तविकता यह है कि शुक्रवार को चेन्नई की एक अदालत में उन्हें दोषी पाया गया है और उन्हें छह महीने की कारावास की सजा सुनाई गई है यही नहीं उन के ऊपर 5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। उनके बिज़नेस पार्टनर राम कुमार और राजा बाबू को भी अदालत में दोषी पाया गया है और उन्हें भी सजा सुनाई गई है। उन पर यह आरोप था कि उन्होंने अपने थिएटर में काम करने वालों को ईएसआई के पैसे नहीं दिए हैं जो सही साबित हो गया है और इसी वजह से उन्हें सज़ा सुनायी गई है।
कौन हैं जया प्रदा?
जया प्रदा एक प्रसिद्ध भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री हैं जिन्होंने तमिल, तेलुगु, हिंदी, कन्नड़ और मलयालम फ़िल्मों में काम किया है। उन्होंने 1970 के दशक में फ़िल्म करियर की शुरुआत की और बहुत सारी मशहूर फ़िल्मों में अभिनय किया। उनका जन्म 3 अप्रैल, 1962 को उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था।
उन्होंने अपने करियर में कई मशहूर फ़िल्मों में काम किया जैसे कि “Sharaabi”, “Sargam”, “Sanjog”, “Kudrat” और “Lahoo Ke Do Rang”।
हालांकि 1994 में जब वे अपने करियर की उच्च शिखर पर थीं तब उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी और राजनीति में कदम रख दिया। उन्होंने तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) को जॉइन कर लिया। इसके बाद उन्होंने पहले राज्यसभा सदस्य और फिर लोकसभा सदस्य के रूप में सेवा की। फिर 2019 में वे टीडीपी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गई थीं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल बात यह है कि जया प्रदा ने चेन्नई में एक थिएटर चलाया था लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने इसे बंद भी कर दिया था। ऐसी परिस्थिति में थिएटर में काम करने वाले कर्मचारियों ने उनके खिलाफ आवाज उठायी और उन पर वेतन और ईएसआई के पैसों का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाया। उनका आरोप था कि सरकारी बीमा निगम को ईएसआई के पैसे नहीं दिए गए हैं।
‘लेबर गवर्नमेंट इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन’ ने जया प्रदा और उनके पार्टनर्स के खिलाफ चेन्नई के एग्मोर मजिस्ट्रेट कोर्ट में मामला दर्ज किया था। इसके बाद यह भी सुनने में आया था कि जया प्रदा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया है और मामले को खत्म करने की मांग करते हुए बकाया राशि का भुगतान करने का वादा भी किया है। हालांकि इस मामले में अदालत ने उनकी अपील को खारिज कर दिया था और अब जया प्रदा को जुर्माने के साथ जेल की सजा भी सुनाई गई है।
Discussion about this post