आज की Success Story में हम आपको उस व्यक्ति से मिलवाने जा रहे हैं, जिसके पास कभी एक भी रुपए की मदद नहीं थी पढ़ाई के लिए। लेकिन आज वे एक सफल इतने सफल व्यवसायी बन गये हैं कि उनकी Success Story हम आपकी बता रहे हैं।
यह कोई चमत्कार नहीं है बल्कि यह उनकी मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कठिनाईयों का सामना किया, संघर्ष किया, और कई बार हार-जीत से भी गुजरे। उनकी निडरता, उत्साह, और लगन ने उन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। आज उनकी Success Story दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
रामेश्वर राव की Success Story
जो व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सच्चे मन से प्रयास करता है, वह किसी भी मुसीबत से घबराता नहीं है। आज की Success Story सफलता की एक ऐसी कहानी है जिसमें संघर्ष करने वाले शख्स ने अपने दृढ निश्चय और मेहनत से बड़ी सफलता हासिल की है।
उनका नाम है जुपल्ली रामेश्वर राव (Rameshwar Rao) है जो महा सीमेंट और माई होम कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक हैं। उन्होंने 50 हजार रुपये के निवेश से शुरुआत की और आज उनकी संपत्ति का मूल्य 11,400 करोड़ रुपये है। 1980 में एक प्लॉट खरीदने का फैसला नहीं किया होता तो शायद आज वे हैदराबाद के दिलसुख नगर में होम्योपैथिक क्लिनिक चला रहे होते।
कौन हैं रामेश्वर राव?
रामेश्वर राव का जन्म महबूबनगर जिले में एक साधारण परिवार में हुआ था। कभी उन्हें स्कूल जाने के लिए उन्हें कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था क्योंकि उनके पिता के पास साइकिल खरीदने के लिए पैसे नहीं थे लेकिन आज उनकी Success Story लोगों को प्रेरित करती है। इसी कठिनाई के बावजूद, उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और आगे की पढ़ाई के लिए हैदराबाद चले गए।
होम्योपैथी की करी थी पढ़ाई
हैदराबाद पहुंचने के बाद, उन्होंने होम्योपैथी की पढ़ाई की और कॉलेज में छात्र राजनीति का अध्ययन भी शुरू कर दिया। इससे उनके अच्छे-खासे लिंक्स बन गए। पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने दिलसुख नगर में होम्योपैथी क्लिनिक खोल लिया। उनका क्लिनिक सफलतापूर्वक चल रहा था। लेकिन अगर वह अपना क्लिनिक छोड़ कर रियल एस्टेट में ना जाते तो शायद आज हम आपको उनकी Success Story नहीं बता रहे होते। उसी समय में हैदराबाद में रियल एस्टेट कारोबार की मांग बढ़ रही थी क्योंकि आबादी बढ़ रही थी और लोग मकान और प्लॉट की खरीदारी कर रहे थे।
होम्योपैथी डॉक्टर से प्रॉपर्टी डीलर बन गये
रामेश्वर राव को प्रॉपर्टी के बारे में ज्यादा ज्ञान नहीं था। लेकिन वह अपने होम्योपैथी क्लिनिक की कमाई से संतुष्ट नहीं थे। इसलिए उन्होंने जोखिम उठाने का फैसला किया और 50 हजार रुपये लगाकर एक प्लॉट खरीद लिया। उस प्लॉट ने उन्हें कुछ ही समय में तीन गुना रिटर्न दिया। इसके बाद रामेश्वर राव ने रियल एस्टेट व्यापार में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला लिया और होम्योपैथी क्लिनिक को बंद करके पूरी तरह प्रॉपर्टी व्यापार में उतर गए।
रामेश्वर राव की कुल संपत्ति
1981 में रामेश्वर राव ने “माई होम कंस्ट्रक्शन” नामक रियल एस्टेट कंपनी की स्थापना की। रियल एस्टेट व्यापार में उन्हें शानदार सफलता मिली। हैदराबाद के रियल एस्टेट बाजार में जल्दी ही उनकी पहचान बन गई। उन्होंने कई रेजिडेंशियल सोसायटी और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स की निर्माण कार्यों को सम्पन्न किया। इसके साथ ही, उन्होंने सीमेंट उद्योग में भी पैर रखा और “महा सीमेंट” नामक कंपनी की स्थापना की।
आज इस कंपनी का टर्नओवर 4,000 करोड़ रुपये के पार हो गया है। सीमेंट और रियल एस्टेट के व्यवसाय से रामेश्वर राव ने बेहद धन संचय किया है। आज रामेश्वर राव की नेट वर्थ 11,400 करोड़ रुपये है। उन्हें इस सफलता तक पहुंचाने में उनकी घनी मेहनत, दृढ निश्चय, और कभी ना थकने वाली प्रेरणा का बड़ा योगदान रहा है। उनकी यह Success Story दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है।
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