एक्टर Zeeshan ने कंगना रनौत को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। Zeeshan ने कहा कि अपने घर बुलाकर कंगना रनौत ने उन्हें एक खास मुलाकात के लिए आमंत्रित किया था। इस खुलासे से उठे सवालों के जवाब और दोनों के बीच के राजनीतिक मतभेद के पीछे का सच खोजने के लिए लोग उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। आइए जानते हैं इस मुलाकात में क्या हुआ था।
Mohammed Zeeshan Ayyub
एक्टर Zeeshan ने सार्वजनिक रूप से CAA (सिटिजनशिप अमेंडमेंट अधिनियम) और NRC (राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर) के खिलाफ प्रोटेस्ट में एक प्रमुख हिस्सा लिया था। इसके बाद, उनकी वेब सीरीज “तांडव” ने विवादों में घिरकर चर्चाएं कायम कर दी। Zeeshan ने साफ तौर पर बताया कि उन्हें किसी के धर्म या जाति से फर्क नहीं पड़ता। वे उस समय खड़े रहेंगे जब उनके ऊपर अत्याचार होगा और वे इस तरह के अत्याचार के खिलाफ खड़े होंगे जो दूसरों को ब्रेनवॉश करते हैं।
उन्होंने विशेष रूप से उन मुस्लिमों के खिलाफ हैं, जो दूसरों का ब्रेनवॉश करते हैं और उन हिंदुओं के खिलाफ हैं जो दूसरों की विचारधारा का विरोध करते हैं।जो दूसरों की विचारधारा को नकारने की कोशिश करते हैं। जीशान का यह स्टैंड विवादों में बड़ी बात बनी और उन्हें अलग-अलग धार्मिक समुदायों के लोगों के बीच मुद्दे पर समीक्षा के लिए समर्थित और विरोधी दोनों से रिस्पेक्ट प्राप्त हुआ।
Zeeshan और कंगना रनौत का विवाद
एक्टर Zeeshan ने हाल ही में कंगना रनौत के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बातें की हैं। उन्होंने खुद को एक विकसित एक्टर के रूप में देखते हुए कहा कि मणिकर्णिका फिल्म के वक्त उनकी राजनीतिक सोच उतनी क्लियर नहीं थी और उन्हें कंगना ने फिल्म के रोल के बारे में बात की थी। जीशान को फिल्म में काम करने के लिए पांच दिनों का ऑफर मिला था और उन्हें इसके लिए अच्छे पैसे भी दिए गए थे। शूटिंग के दौरान, उन्होंने कंगना और सोनू सूद के बीच हुए विवाद के बारे में ज्ञाति नहीं रखी थी।
पांच दिनों तक शूटिंग में वे खूब मस्ती करते रहे, लेकिन फिल्म के बाद उनके बीच सियासी विभाजन हो गया और दोनों ने अब तक कभी नहीं मिला। उनके बीच पॉलिटिकल डिफरेंसेज आ गए थे जिससे उनके रिश्ते में गड़बड़ी हो गई। जीशान ने कंगना के साथ तनु वेड्स मनु रिटर्न्स में भी काम किया था, लेकिन उन्हें पहले इतने सीरियस रिश्ते में नहीं था।
Zeeshan का बड़ा खुलासा
मोहम्मद जीशान अय्यूब और कंगना रनोट ने बॉलीवुड फिल्म “मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी” में साथ काम किया था, जिसमें कंगना ने रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभाया था जबकि मोहम्मद जीशान अय्यूब ने साधारण भूमिका निभाई थी। कंगना रनोट ने अपने फिल्म के लिए जीशान को रोल ऑफर किया था और उन्हें इसके लिए अच्छी रकम भी दी गई थी।
हालांकि, दोनों के बीच राजनीतिक मतभेद के कारण बातचीत का दौर बंद हो गया है। कंगना रनोट ने कई सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपने विचार साझा किए हैं और इसके कारण उन्हें विवादों में घिरने का सामना करना पड़ा है। जीशान अपनी अपनी राय और मत के लिए जाने जाते हैं और इस वजह से उन्होंने कंगना रनोट के साथ फिल्मी परियोजना में अब बातचीत बंद कर दी है।
धर्म से अनजान रिश्ता और समानता का महत्व
Zeeshan को उनके गैर धर्म में विवाह और उनकी राजनीतिक विचारधारा पर सवाल किया गया है। इसके अलावा, उन्हें CAA, NRC में हिस्सा लेने की वजह से टारगेट करने पर भी सवाल किया गया है। जीशान ने अपने विचारों को समझाते हुए कहा है कि उनकी विचारधारा बिल्कुल क्लियर है और वे सेंटर से थोड़े लेफ्ट हैं। उन्हें यह मायने नहीं रखता कि कोई व्यक्ति हिंदू, मुस्लिम, सिख या यहूदी है, या वह नास्तिक है या नहीं। उनके लिए महत्वपूर्ण है कि हर व्यक्ति का जीवन और उनके अधिकार समानता से संभाले जाएं। अगर कोई दूसरों के जीवन या अधिकारों को महत्व नहीं देता है, तो वे मरते दम तक उन व्यक्तियों के लिए आवाज बने रहेंगे।
जीशान ने कहा- “अगर कोई शख्स किसी महिला पर हाथ उठाएगा तो मैं उसका विरोध करूंगा। और यदि कोई मोटे इंसान का मजाक बनाएगा, तो मैं उसका भी विरोध करूंगा। साथ ही, अगर कोई LGBTQ कम्यूनिटी का विरोध करेगा, तो मैं उसके विरोध में खड़ा रहूंगा।” जीशान ने यह भी कहा कि उन्हें समाज में समानता और इंसानियत की प्राथमिकता है। वे दूसरों के अधिकारों का सम्मान करने की सिद्धांतपरक दृढता से पक्ष लेते हैं।
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