Car Feature- भारत में सनरूफ वाली कारों का क्रेज बढ़ रहा है और यह पहले से कहीं ज्यादा लोकप्रिय हो गई है। पहले ये सनरूफ वाली कारें (Car Feature) मुख्य रूप से लग्जरी सेगमेंट में ही मिलती थीं, लेकिन अब बजट कारों में भी इसकी व्यापक उपलब्धता हो गई है। इसके साथ ही, पहले लोग सनरूफ वाली कारें खरीदने में अधिक खर्च करने से बचते थे, परंतु अब लोग इसके लिए अधिक कीमत चुकाने को तैयार हैं।
यह Car Feature हुआ सबसे पॉपुलर
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच सालों में सनरूफ वाली कारों (Car Feature) की डिमांड में 5 गुना वृद्धि हुई है, जिससे यह उभरते ट्रेंड का पता चलता है। यह सुविधा बड़ी ज्यादा खुलने वाली पंखों वाली खिड़की के रूप में लोगों के बीच में लोकप्रियता प्राप्त कर रही है। यह देखने में आता है कि विभिन्न बजट रेंज की कारों में सनरूफ विशेषता का विकास करने से यह आम लोगों की पसंदीदा सुविधा बन गई है।
सनरूफ वाली कारों (Car Feature) की मांग बढ़ने से कंपनियां इन्हें बनाने के लिए अपने प्लांट में अधिक निवेश कर रही हैं। भारत में बिकने वाली हर चार कार में एक सनरूफ वाली होती है, इससे स्पष्ट होता है कि लोगों की इसे तरजीह और पसंद का दर्जा है। हालांकि, एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारत के मौसम के अनुसार सनरूफ कारों की उपयोगिता शायद हर जगह नहीं है।
देश के अधिकांश क्षेत्र गर्म होते हैं और इसलिए सनरूफ (Car Feature) का अधिकतर इस्तेमाल ठंड में खिड़की को खोलने और सूरज की रौशनी के लिए किया जाता है। इससे लोग अपनी कारों को बेहतर वेंटिलेशन और धूप की सुविधा के लिए पसंद करते हैं। भारत में सनरूफ वाली कारों के बढ़ते प्रचार-प्रसार से कंपनियों को इस तरह की कारों के निर्माण में अधिक मेहनत करने की आवश्यकता पड़ी है।
सनरूफ वाली कारों की मांग बढ़ी
सनरूफ वाली कारें एक लग्जरी फीचर (Car Feature) के रूप में पेश की जाती हैं, जिससे ग्राहकों को आकर्षित किया जाता है और उन्हें इसके लिए अधिक पैसे देने के लिए तैयार कर दिया जाता है। सनरूफ के साथ-साथ ग्राहक टचस्क्रीन और कीलेस इग्निशन जैसे फीचर्स को भी पसंद कर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में सनरूफ वाली कारों की बिक्री 3-5 प्रतिशत थी, जिसमें काफी कमी थी, लेकिन जून 2023 तक इसमें भारी वृद्धि हुई और इस तरह से बिक्री 26 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यह बढ़ती हुई दिलचस्पी देखते हुए कंपनियां और कार निर्माताएं सनरूफ वाली कारों (Car Feature) के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अधिक प्रयास कर रही हैं। ग्राहकों के आकर्षण और पसंद को देखते हुए कंपनियां अब और अधिक तकनीकी और लग्जरी फीचर्स के साथ यह कारें विकसित कर रही हैं।
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में सनरूफ वाली कारों (Car Feature) की मांग में तेजी से वृद्धि हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, अब बाजार में बिकने वाली 85% एसयूवी मॉडल्स सनरूफ के साथ आ रही हैं। यह सनरूफ के साथ आने वाली कारों की कीमत में बढ़ोतरी का कारण है।
बजट वाली हैचबैक कारों में भी अब कंपनियां सनरूफ को शामिल करने का फैसला कर रही हैं, जैसे कि हुंडई आई20 और टाटा अल्ट्रोज। इस वजह से इन कारों की कीमत में 50,000 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। ग्राहकों की बढ़ती हुई पसंद को देखते हुए कंपनियां अब अधिक तकनीकी और लग्जरी फीचर्स के साथ सनरूफ वाली कारें विकसित कर रही हैं, जिससे इस सुविधा की व्यापक उपलब्धता हो रही है।
इसने बनाया सनरूफ
जर्मनी की ऑटोमोबाइल कंपोनेंट निर्माता वेबस्टो भारत में सनरूफ वाली कारों के लिए प्रमुख निर्माता है। इसके बढ़ते डिमांड को पूरा करने के लिए, हाल ही में कंपनी ने चेन्नई में अपना दूसरा प्लांट खोला है। इस प्लांट में कंपनी ने 1,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है और अब यहां पर 9.5 लाख सनरूफ बना सकती है। इस से सनरूफ वाली कारों के उत्पादन में वृद्धि होगी और बाजार में बढ़ती हुई मांग को पूरा किया जा सकेगा। इस नए प्लांट के खुलने से वेबस्टो भारत में अपने उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर सनरूफ वाली कारों के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम होगी।
सनरूफ वाली कारों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए वेबस्टो ने भारत में दूसरा प्लांट खोल दिया है। अब उन्हें ज्यादा सनरूफ वाली कारें बनाने में मदद मिलेगी। माना जाता है वेबस्टो इस साल 950,000 यूनिट्स ज़्यादा का निर्माण करेगा। यह ऑटोमोबाइल उद्योग में और भी उत्पादन और रोजगार का स्तर बढ़ाने में मदद करेगा। हमें उम्मीद है कि इससे भारतीय ग्राहकों को और बेहतर और आकर्षक ऑटोमोबाइल्स मिलेंगी।
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