शादी मतलब बहुत सारे लोगों कि गैदरिंग। जब तक शादी में लोग ना हों तब तक शादी अच्छी नहीं कहलायी जाती। यही जितना बड़ा आदमी उतने ज़्यादा लोग और उतना बड़ा फंक्शन। फिर क्यों Amitabh Bachchan जैसे बड़े सुपरस्टार की शादी में बुलाये गये थे बस 5 लोग। क्या है इसके पीछे का रोचक क़िस्सा आइये हम आपको बताते हैं।
Amitabh Bachchan और जया बच्चन की शादी बड़े रहस्यमय तरीके से हुई थी। इस शादी में केवल 5 लोग ही मौजूद थे। शादी के समारोह में मीडिया को भी शामिल नहीं किया गया था और यह रोचक कहानी लोगों के बीच बहुत दिनों तक चर्चा का विषय बनी रही।
क्या थी Amitabh Bachchan की वह रोचक कहानी
अमिताभ और जया बच्चन की शादी 50 साल पूरे हो चुके हैं। इनके रिश्ते में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन वे हमेशा अपने संबंधों को संभालते रहे और समय के साथ उन्हें मजबूत बनाया। सिनेमा में भी उनकी जोड़ी हिट रही, और ऑफ स्क्रीन भी वे दर्शकों को सालों से कपल गोल्स का अनुभव कराते आए हैं।
उन्होंने साथ में कई फिल्मों में काम किया, जैसे कि जंजीर, सिलसिला, चुपके-चुपके और अभिमान। जंजीर फिल्म के हिट होने के बाद, Amitabh Bachchan विदेश घूमने का प्लान कर रहे थे, लेकिन उनके पिता हरिवंशराय बच्चन जी ने एक शर्त रखी कि यदि वे विदेश घूमने जाना चाहते हैं, तो पहले शादी करनी होगी।
दोनों की शादी तो अक्टूबर 1973 में होने वाली थी, लेकिन शर्त के कारण उन्होंने जून 1973 में ही शादी कर ली। इन दोनों की शादी से जुड़ा यह रोचक किस्सा जो आज हम आपके साथ साझा कर रहे हैं उसका जिक्र अन्नू कपूर ने “सुहाना सफर विद् अन्नू कपूर” नामक एक एपिसोड में किया था।
पिता हरिस्वंश राय बच्चन जी की आत्मकथा में भी है ज़िक्र
जब Amitabh Bachchan और जया बच्चन की शादी हुई, तो दोनों अभिनय इंडस्ट्री में प्रसिद्ध थे। फिल्म “जंजीर” के बड़े हिट होने के बाद, उनकी शादी की तारीख तय हो गई, लेकिन इससे कुछ महीने पहले ही शादी कर ली गई थी। इस खास मौके पर, उनकी शादी में सिर्फ 5 बाराती ही मौजूद थे। इस अनोखे किस्से को हरिवंश राय बच्चन ने अपनी आत्मकथा “दश द्वार से सोपान” में बयां किया था। इसे अन्नू कपूर ने भी अपने शो “सुहाना सफर विथ अन्नू कपूर” में दिखाया था। जब शादी हुई, अमिताभ मंगल बंगले में रहते थे। दोनों चाहते थे कि इस खास मोमेंट को प्राइवेट रखें और शादी के बारे में ज्यादा लोगों को नहीं बताएं।
कौन थे वह 5 बाराती?
Amitabh Bachchan और जया बच्चन की शादी में, दूल्हा-दुल्हन के परिवारों के अलावा, अमिताभ के दोस्त जगदीश राजन के परिवार और तब की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी न्योता भेजा गया था। इंदिरा गांधी जी ने फोन पर बधाई दी लेकिन उनकी व्यस्तता के कारण वे शादी में शामिल नहीं हो सकीं। इस शादी में संजय गांधी भी शामिल थे।
बारात का मार्ग उनके घर से मालाबार हिल्स तक था। हरिवंश राय बच्चन जी ने सोचा कि बारात में कम से कम 5 बाराती होने चाहिए और संजय गांधी के अलावा उन्होंने और चार दोस्तों को भी बुलवाया था। उनमें हिन्दी लेखक भी शामिल थे। बारात रवाना होने के लिए तीन अलग-अलग कारों में व्यवस्था की गई थी। एक में Amitabh Bachchan, दूसरी में 5 बाराती, और तीसरी में अमिताभ के दोस्त जगदीश राजन के परिवार के सदस्य बैठे थे।
इन दोनों की शादी के बारे में दोनों परिवारों ने दूसरों को जानकारी नहीं दी। जब मंगल बंगले पर बल्बों और फूलों से सजी सजावट देखकर आस-पास के लोगों ने सवाल पूछा, तो उन्हें बताया गया कि यहां Amitabh Bachchan की एक फिल्म की शूटिंग होनी है और इसकी तैयारी चल रही है। ऐसे में, बारात को जाते हुए देखकर भी ज्यादातर लोग यही समझे कि यह फिल्म की शूटिंग हो रही है।
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