Indian Cricketer- भारतीय टीम में खेलना बड़ी संघर्षशीलता और समर्पण की बात होती है, और हर खिलाड़ी के लिए यह एक महत्वपूर्ण सपना होता है। हालांकि, कुछ खिलाड़ियों को टीम में आने के बाद विभिन्न कारणों से उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाता है। इससे उन्हें बहुत निराशा होती है और उनका खिलाड़ी बनने का सपना अधूरा रह जाता है। यहां हम आपको 5 ऐसे बदकिस्तम भारतीय खिलाड़ियों (Indian Cricketer) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
Indian Cricketer- करुण नायर
करुण नायर को वाकई भारतीय क्रिकेट का सबसे अनलकी खिलाड़ी कहना गलत नहीं होगा। उनका क्रिकेट के मैदान में प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। विशेषकर, जब उन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक बनाया, तो उनकी कमाल की खेल प्रदर्शनी ने देशवासियों को मुग़लाई बना दिया।
लेकिन इसके बाद कुछ अनोखा हुआ। अगले मैच में, जो टेस्ट से पहले होने वाले वनडे मैच था, उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। जबकि उन्होंने तिहरा शतक बनाया था और उनके प्रदर्शन का मजाक बनाने के बजाए, टीम ने उन्हें और मौके नहीं दिया। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा मौका नहीं हुआ जब किसी खिलाड़ी को इतनी बड़ी सफलता के बाद टीम से बाहर कर दिया गया हो। यह एक अनमोल क्षण रहा है, जो करुण नायर के जीवन में हमेशा याद किया जाएगा।
Indian Cricketer- पीयूष चावला
पीयूष चावला ने सचिन तेंदुलकर के बाद भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के क्रिकेटर के रूप में अपनी पहचान बनाई। हालांकि, इसके बावजूद भी, उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और तीन ही टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। वनडे में उन्होंने भारत के लिए 25 मैच और टी20 में 7 मैच खेले और 2007 और 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का भी अहम हिस्सा बने। लेकिन फिर भी उन्हें लगातार खेलने का कभी मौका नहीं मिला।
उनकी अविश्वसनीय खेल प्रदर्शनी के बावजूद उन्हें टीम से बाहर किया जाना एक दुखद और अन्यायपूर्ण समझा जाता है। वे क्रिकेट के मैदान में अपनी कठिनाइयों का सामना करते रहे और उनका यह योगदान भारतीय क्रिकेट को हमेशा याद रहेगा।
Indian Cricketer- एस बद्रीनाथ
एस बद्रीनाथ का नाम भारतीय क्रिकेट के सबसे बेहतरीन घरेलू बल्लेबाजों में है। उनके फर्स्ट क्लास औसत करीब 55 है, जो एक विश्वसनीय अंकित दर्जा है। लेकिन इसके बावजूद, भारतीय टीम के लिए उन्हें सिर्फ 2 टेस्ट, 7 वनडे और एक ही टी20 मैच खेलने का मौका मिला। उन्होंने अपने एकमात्र टी20 मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का भी गौरव हासिल किया। यह दिखता है कि उन्हें टीम के साथ मिले योग्य मौके में बेहद सफलता मिली थी। एस बद्रीनाथ ने अपने खेलने के दौरान अपनी क्षमता और योगदान के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की हैं।
Indian Cricketer- मनोज तिवारी
मनोज तिवारी का नाम अनलकी क्रिकेट में भी उच्च स्थान रखता है। वे 2008 में भारतीय टीम के साथ डेब्यू करें और इसके दौरान घरेलू क्रिकेट में बेहद उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उन्होंने 2015 में अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला, जिसमें उन्हें सिर्फ 12 वनडे और तीन टी20 खेलने का मौका मिला। यद्यपि उनके घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड उत्कृष्ट है, लेकिन भारतीय टीम में खुद को साबित करने का अवसर उन्हें बहुत कम मिला। वे अपने खिलाड़ी जीवन में कई महत्वपूर्ण साधारण्य दिखा चुके हैं।
Indian Cricketer- अंबाती रायडू
अंबाती रायडू एक क्रिकेटर (Indian Cricketer) के रूप में भारत के लिए 55 वनडे मैच खेलने के बाद भी अपने उत्कृष्ट औसत 47 से जाने जाते हैं। उनका वनडे मैचों में खिलाड़ी जीवन अच्छा रहा है, लेकिन अचानक उन्हें 2019 वर्ल्ड कप की टीम में शामिल नहीं किया गया। यह उनके खिलाड़ी जीवन का एक बड़ा बदलाव था। इसके बाद से रायडू को भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला। वनडे मैचों के साथ-साथ उन्हें टी20 में भी केवल 6 मैचों में ही खेलने का मौका मिला है। इसके बावजूद, उन्होंने अपने क्रिकेट कौशल के दम पर दर्शकों को खुश किया और उनका खिलाड़ी जीवन लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए याद किया जाएगा।
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