Passport Ranking- दुनिया में सबसे खराब और सबसे अच्छे पासपोर्ट की सूची जारी की गई है, जिसमें पाकिस्तान के पासपोर्ट को सबसे खराब पासपोर्टों की सूची में शामिल किया गया है। दुनिया के ख़राब पासपोर्टों की सूची में, पाकिस्तान तीसरे स्थान पर है, जबकि भारत की Passport Ranking क्या है, यह भी हम आपको बताएँगे।
Henley passport index ने विश्वभर के 199 देशों के पासपोर्ट की नई रैंकिंग की घोषणा की है। पाकिस्तान, आर्थिक कंगाली के दौर से गुजर रहा है और एक बार फिर अपनी शर्मनाक पोजीशन को प्रदर्शित किया है। वास्तव में, पाकिस्तान के पासपोर्ट को दुनिया के सबसे खराब पासपोर्टों में से एक माना गया है।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, पाकिस्तान के हालात में सुधार दिखाई नहीं दे रहा है। इस साल भी पाकिस्तानी पासपोर्ट विश्व के सबसे खराब पासपोर्टों में तीसरे स्थान पर है। पहले जारी की गई Passport Ranking में पाकिस्तान चौथे स्थान पर था। इस बार उसकी रैंकिंग इंडेक्स में 100वें स्थान पर है और नीचे से तीसरे स्थान पर आता है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान से बेहतर स्थिति में नेपाल और बांग्लादेश हैं। बांग्लादेश की Passport Ranking 96वीं है और नेपाल की 98वीं है। वहीं, पाकिस्तान से भी बुरे हालत में सीरिया, इराक, और अफगानिस्तान जैसे देश हैं।
पाकिस्तान की वर्तमान आर्थिक स्थिति।
महामारी की वजह से चेन में जो रुकावट आयी उसकी वजह से पाकिस्तान समेत कई देशों की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा। इसके कारण रिटेल से लेकर ऑटोमोबाइल उत्पादन तक सभी सेक्टर पर असर पड़ा. फरवरी 2023 तक पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गया. 3.19 अरब अमेरिकी डॉलर के साथ इसमें ऐतिहासिक गिरावट आई।
पाकिस्तान के ऊपर कुल क़र्ज़ और देनदारी 60 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए से अधिक की है। ये डीह की जीडीपी का 89 फ़ीसदी है। वहीं इस कर्ज में करीब 35 फीसदी हिस्सा केवल चीन का है, इसमें चीन के सरकारी वाणिज्यिक बैंकों का कर्ज भी शामिल है. पाकिस्तान पर चीन का 30 अरब डॉलर का कर्ज बकाया है, जो फरवरी 2022 में 25.1 अरब डॉलर था।
पाकिस्तान पर आर्थिक संकट आने की वजह।
वर्तमान आर्थिक संकट को मुख्य रूप से पाकिस्तान के अदूरदर्शी नीतिगत निर्णय के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, जिससे गैर-विकासात्मक और आर्थिक रूप से अव्यवहार्य परियोजनाओं पर व्यापक खर्च होता है। ग्वाडर-काशगर रेलवे लाइन परियोजना जैसी निरर्थक अवसंरचना परियोजनाओं के आर्थिक कुप्रबंधन और वित्तपोषण को दीर्घावधि ऋण साधनों के माध्यम से और घरेलू संस्थानों के बजाय बाहरी उधार पर बड़े पैमाने पर निर्भर रहने से इसकी परेशानियां बढ़ गई हैं।
बढ़ते व्यापार घाटे और गिरते निवेश के कारण पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट आई है। नवंबर के दूसरे सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.97 प्रतिशत गिरकर 23.550 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया, जबकि पिछले सप्ताह यह 24.025 अरब डॉलर था। वाणिज्यिक बैंकों का भंडार भी नवंबर 2021 में 6.699 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर 6.605 अरब डॉलर रह गया। अमरीकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए के अवमूल्यन से मौजूदा भंडारों के मूल्य में कमी आई है।
पाकिस्तान में नागरिकों का हाल।
पाकिस्तान में लोगों का जो हाल है उससे तो पूरी दुनिया परिचित है। वहाँ पर लोगों के पास दो वक़्त की रोटी की व्यवस्था करना भी मुश्किल पड़ रहा है। रोज़ मर्राह की अव्यशकता पूरी करना भी लोगों पड़ भारी पड़ रही है। सब्ज़ियों से ले कर अनाज तक सब इतना महँगा है कि उसे ख़रीद पाना सबके बस की बात नहीं है। और अगर स्थिति इसी तरह रही तो जनता के पास दवाई ख़रीदने के लिए भी पैसे नहीं बचेंगे।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स क्या है?
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स (Henley Passport Index या HPI) द्वारा पासपोर्टों को उन देशों के अनुसार रैंक किया जाता है, जिन्हें किसी विशेष देश के साधारण पासपोर्ट का उपयोग करके बिना पूर्व वीज़ा के पहुंचा जा सकता है (“वीज़ा मुक्त”). इस सर्वेक्षण में 199 पासपोर्ट को 227 गंतव्य देशों, क्षेत्रों, और माइक्रो-राज्यों के सामने रैंक किया जाता है।
इंडेक्स द्वारा विचार किए जाने वाले सभी गंतव्य जो IATA डेटाबेस में शामिल हैं, उन्हें मान्यता दी जाती है। IATA विश्वव्यापी यात्रा सूचना का डेटाबेस रखता है। हालांकि, क्योंकि सभी क्षेत्र अलग-अलग पासपोर्ट जारी नहीं करते, इस कारण गंतव्यों की तुलना में पासपोर्टों की संख्या बहुत कम होती है।
भारत की Passport Ranking
उस रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के पासपोर्ट धारीदार दुनिया के केवल 32 देशों में बिना वीज़ा या वीज़ा ऑन अराइवल के साथ यात्रा कर सकते हैं। वहीं, भारतीय पासपोर्ट धारीदार दुनिया के 57 देशों में वीज़ा मुक्त यात्रा कर सकते हैं। इस बार भारत की Passport Ranking में पांच अंकों की सुधार हुआ है। Passport Ranking के अनुसार, पाकिस्तान चिंताजनक तरीके से नीचे खिसकते जा रहा है, जबकि भारत की Passport Ranking में सुधार हो रहा है। पिछली बार भारत Passport Ranking में 85वें स्थान पर था, लेकिन इस बार वह 80वें नंबर पर पहुंच गया है।
जापान है नंबर 1 पर।
Passport Ranking के सबसे निचले पायदान पर खड़े अफगानिस्तान के पासपोर्ट का धारीदार सिर्फ 27 देशों में बिना वीज़ा के यात्रा कर सकता है। हेनले इंडेक्स में पहले स्थान पर जापान के पासपोर्ट का आगमन हुआ है। जापान का पासपोर्ट दुनिया का सबसे शक्तिशाली माना जाता है, और इसके धारीदार दुनिया के 193 देशों में फ्री वीज़ा या वीज़ा ऑन अराइवल के साथ यात्रा कर सकते हैं।
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